लखनऊ गोमतीनगर विस्तार में नाइट क्लबों का बोलबाला, पुलिस की खामोशी पर सवाल राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में नाइट क्लबों का दबदबा बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेशों के बावजूद, इन क्लबों में देर रात तक पार्टी, डीजे, शराबखोरी और नशेबाजी का सिलसिला बदस्तूर जारी है।पुलिस की खामोशी पर उठे सवाल सूत्रों के अनुसार, गोमतीनगर विस्तार के J क्लब में खुलेआम महंगी शराब परोसी जा रही है। युवक-युवतियां रातभर शराब के नशे में झूमते नजर आते हैं। इसके अलावा, नशे की हालत में आए दिन मारपीट की घटनाएं भी सामने आती हैं। हैरानी की बात यह है कि ये सब कुछ पुलिस के संज्ञान में होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।पुलिस और क्लब मालिकों की मिलीभगत का आरोप स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस और क्लब मालिकों की मिलीभगत के चलते ये क्लब देर रात तक खुले रहते हैं। मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद नाइट क्लबों को लेकर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में इन क्लबों में नशे और अपराध का माहौल तैयार हो रहा है।महिला सुरक्षा पर गंभीर खतरा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार सख्त है, लेकिन इन क्लबों में रातभर महिलाओं और पुरुषों को शराब पीते हुए देखा जा सकता है। इसका असर बढ़ते अपराधों के रूप में दिखाई दे रहा है।मुख्यमंत्री के आदेशों की अनदेखी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रात्रि 12 बजे के बाद नाइट क्लब और हुक्का लॉज बंद करने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद J क्लब जैसे कई नाइट क्लब पूरी रात खुले रहते हैं। यहां शराबबाजी और डीजे पर युवाओं का नाचना आम बात हो गई है।बड़ा हादसा होने की आशंका स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नाइट क्लबों पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।प्रशासन की जिम्मेदारी लखनऊ प्रशासन को नाइट क्लबों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए। सवाल है अगर पुलिस की मिलीभगत नही है, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।