लखनऊ मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर समेत अन्य अज्ञात आयोजकों, सेवादारों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा में दर्ज हुआ मामला। सबूत छिपाने की धारा भी लगाई गई।हाथरस मामले की एफआईआर के मुताबिक आयोजन में ढाई लाख लोग थे। आयोजकों ने 80 हज़ार लोगों के कार्यक्रम की अनुमति ली थी।आयोजकों की ओर से ट्रैफिक मैनेजमेंट का कोई इंतजाम नहीं था। भगदड़ में घायल हुए लोगों की चप्पलों को बगल के खेत में सबूत छुपाने की मंशा के चलते फेंका गया।हाथरस हादसे में अबतक 121 लोगो की हुई मौत। भगदड़ में 114 महिलाओ और 7 पुरुषों की हुई मौत।अभी तक 19 शवो की नही हो सकी पहचान। भगदड़ में 28 लोग गम्भीर रूप से हुए है घायल।