थाना प्रभारी के आदेश पर चौकी मिलएरिया इंचार्ज आलोक श्रीवास्तव जम के मुख्यमंत्री पोर्टल की उड़ा रहे हैं! धज्जियां जिस चौकी इंचार्ज को पोटल पर लिखना नहीं आता उस चौकी इंचार्ज को कुछ अधिकारियों के द्वारा चौकी इंचार्ज बना दिया मनमाना राज कायम है!
चौकी इंचार्ज का शिकायतकर्ता को बिना बुलाए एक तरफ़ा रिपोर्ट मन मुताबिक थाना प्रभारी से मिलकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर एक तरफ़ा रिपोर्ट लगाकर पुलिस और उच्च अधिकारियों की छवि को कर रहे हैं! धूमिल
थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी पुलिस का भ्रष्टाचार पूरे क्षेत्र में उजागर है! प्रमाण के साथ में थाना प्रभारी कह रहे हैं! चौकी मिल एरिया से की ये आम है! और चौकी प्रभारी कह रहे हैं! कि नहीं ये केला है! इस तरह से कार्य शैली चल रही है! थाना बाजार खाला की भगवान के सहारे पुलिस ने अपनी काबिलियत को मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी चैलेंज कर दिया थाना बाजार खाला पुलिस ने
लखनऊ किस तरह पुलिस थाना बाजार खाला की लोगों को आपराधिक बना रही है थोड़ा समझिए एक तरफ चौकी इंचार्ज मिलएरिया आलोक श्रीवास्तव प्रमाण के साथ में शपथ पत्र का कागज लगाकर यह प्रमाण दे रहे हैं! की फला आदमी के नाम से कोई भी थाना बाजार खाला में मुकदमा दर्ज नहीं है! ठीक कुछ दिन बाद इस मामले में दूसरे चौकी इंचार्ज मिलएरिया के दूसरे दरोगा शिवनंदन लिख रहे है! अपराधी के ऊपर आठ मुकदमे दर्ज है! और आपराधिक इतिहास उजागर है! अब आप समझिए कि बाजार खाला पुलिस किस दिशा में और किस तरफ अपने पढ़े-लिखे का परिचय दे रही है! थाना प्रभारी के होते हुए चौकी प्रभारी ने शपथ पत्र के साफ़ लिख कर दिया कि थाने में कोई भी मामला दर्ज नहीं है! ना ही पूर्व में कोई मुकदमा फिर उसके बाद दूसरा दरोगा लिखता है! कि आपराधिक इतिहास और आठ मुकदमे दज है! जिस पुलिस पर आम जनता आंख बंद करके पूरा भरोसा करती है! कि पुलिस हमारे रक्षक है! पर लखनऊ थाना बाजार खाला पुलिस रक्षक नहीं पूरी तरीके से आम जनता की भक्षक बन चुकी है! और अपराध चरम सीमा पर है! आम लोगों का जीना दूबर कर दिया है पुलिस विभाग के आल्हा अधिकारियों के मिली भगत से थाना बाजार खाला प्रभारी और चौकी प्रभारी की ने