वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्र में प्रसूता को प्रसव के बाद नवजात के साथ ट्राली पर घर जाना पड़ा। तमाम दावों के बावजूद एम्बुलेंस नसीब नहीं हुई। तीमारदार व्यवस्था को कोसते नजर आए। चिरईगांव में स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस सेवा का एक अमानवीय चेहरा शुक्रवार को प्रातः काल सामने आया जब प्रसव कक्ष से डिस्चार्ज होने के बाद जच्चा-बच्चा दोनों को रिक्शा ट्राली पर लिटा कर घर ले जाने को मजबूर होना पड़ा। क्षेत्र के ग्राम पंचायत उमरहां की बनवासी बस्ती के रोहित बनवासी ने बताया कि उसकी गर्भवती पत्नी मीरा देवी को गुरुवार सायंकाल तेज दर्द के साथ प्रसव पीड़ा प्रारम्भ हुई तो वह गांव की आशा कार्यकर्त्री से सम्पर्क किया। आशा ने एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन वह नहीं आया तो रिक्शा ट्राली पर ही लेकर चिरईगांव पीएचसी पहुंचा। परिसर में पहुंचने के बाद ट्राली पर ही प्रसव हो गया।
वाराणसी के ग्रामीण क्षेत्र में प्रसूता को प्रसव के बाद नवजात के साथ ट्राली पर घर जाना पड़ा
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