दशाश्वमेध घाट काशी पर स्नान करने जाते नागा साधुओं व सन्तों का रेला। ढोल – नगाड़ों की करतल ध्वनि के साथ पालकी लेकर साधुओं का जत्था दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान को घाट पर पहुंचा
साधु-और संतों को स्नान में कोई दिक्कत न हो इसके लिए जल पुलिस ने व्यापक प्रबन्ध किए गए थे। नौकाओं को जहां 10 मीटर दूर बांधने को कहा गया। इसके अलावा मन्दिर जाने वाले लोगों को भी लाइन लग कर ही दर्शन करने को कहा गया।