आप के गठन के दौरान अरविंद केजरीवाल के साथी रहे विश्वास ने कहा – भारतीय जनता पार्टी के लोगों को जीत के लिए बधाई. वे सब जो लाखों करोड़ों कार्यकर्ता जो अन्ना आंदोलन से आए जिनके बहुत ही निष्छल, निष्पाप औऱ भारत को बदलने के सपने की हत्या एक निर्लज्ज, नीच, मित्र हंता, आत्ममुग्ध और चरित्रहीन व्यक्ति ने की, दिल्ली को उससे मुक्ति मिली.
उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की हार की खबर देखते ही रो पड़ी थी मेरी पत्नी.
कुमार विश्वास ने कहा कि मुझे उस आदमी से कोई सहानुभूति नहीं है जिसने अपनी व्यक्तिगत महत्वकांक्षा के लिए अन्ना आंदोलन से निकले लाखों-करोड़ों कार्यकर्ताओ के सपनों को कुचल दिया. दिल्ली अब उससे आजाद है. उसने AAP कार्यकर्ताओं का इस्तेमाल अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं के लिए किया. आज न्याय मिल गया.