आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सशक्त बनाना और युवाओं में स्वावलंबन, उद्यमिता एवं राष्ट्र निर्माण की भावना को जागृत करने के लिए आत्म निर्भर भारत संकल्प अभियान कार्यक्रम का आयोजन डालीगंज स्थित मानस मंदिर में भाजपा लखनऊ युवा मोर्चा द्वारा आयोजित किया जिसमें मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनन्द द्विवेदी, उत्तर विधानसभा विधायक डॉ नीरज बोरा उपस्थित रहें।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी हुई।
उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री राम प्रकाश गुप्ता के 100वीं जयंती अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह सहित सभी ने उनके चित्र पर पुष्पर्जन करके श्रृद्धा सुमन अर्पित किये।
प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि स्वदेशी का आग्रह एक नारा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर और विकसित भारत की नींव है। देश में बने उत्पादों को अपनायें और अपने देश की अर्थव्यवस्था मजबूत करें। हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी हमारा मंत्र है, हमारा लक्ष्य है, और यही हमारी शक्ति यह देश के कारीगरों, किसानों, छोटे व्यापारियों, हमारे उद्यमियों के प्रति एक सम्मान है जब हम स्वदेशी अपनाते हैं, तो हम देश की मिट्टी से जुड़ते हैं, अपने लोगों के श्रम को सम्मान देते हैं और देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम बढ़ाते हैं। स्वदेशी का भाव केवल आर्थिक क्षेत्र में नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और आत्मा का हिस्सा है। हम विदेशी वस्तुओं के पीछे भागने के बजाये अब अपनी जड़ों को पहचान रहे हैं। दुनिया में भारत का योग, आयुर्वेद, हस्तशिल्प, परंपरंरागत उद्योग, यह सब वैश्विक पहचान बना चुके हैं। इतिहास पर दृष्टि डालते हैं तो हमें ज्ञात होता है कि, उन्नसवीं शताब्दी के अंत और बीसवीं शताब्दी के प्रारंभ में स्वदेशी आंदोलन ने बंगाल विभाजन का न केवल विरोध किया अपितु बहिष्कार से लेकर महात्मा गांधी के रचनात्मक कार्यों तक, स्वतंत्रता संग्राम में ऊर्जा भर दी, उस समय देश में खादी आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता का संदेश बन गया था। एक शताब्दी से भी अधिक पुराना स्वदेशी आदर्श, लोकमान्य तिलक, श्री अरबिंदो और महात्मा गांधी जी जैसे नेताओं के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की मार्गदर्शक शक्ति बना था।
स्वदेशी से तात्पर्य सिर्फ भारत में बनी वस्तुओं को प्रयोग करना नहीं है, बल्कि यह हमारी अर्थव्यवस्था में नया मूल्य जोड़ने और भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाने का मंत्र है। यह कोई अलगाववादी सोच नहीं, बल्कि स्पष्ट तौर पर ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति है। जब हम अपने उद्योगो को मजबूत करते हैं। कौशल और तकनीक को बढ़ावा देते हैं, तो हम न सिर्फ आत्मनिर्भर बनते हैं बल्कि दुनिया को भी अपनी शक्ति का परिचय देते हैं। क्योंकि, भारत में हमेशा से उत्पादन और व्यापार की सभ्यता रही है। मुंबई के वस्त्र, विजयवाड़ा के ऑटो पार्ट्स, वाराणसी के हथकरघे, हड़प्पा और हम्पी की विकसित संस्कृति, चोल साम्राज्य के उत्तरमेरु शिलालेखों से दिखती सुव्यवस्थित ग्राम व्यवस्था और उनका नौ-सैनिक व्यापार सब बताते हैं कि भारत को “सोने की चिड़िया” क्यों कहा जाता था। इसलिये आज समय है देश के इस गौरवशाली विरासत को भविष्य की तैयारी के साथ पुनः स्थापित करने का जिसके लिए प्रत्येक भारतवासी की जन भागीदारी आवश्यक है। आत्मनिर्भर भारत का रास्ता स्वदेशी के प्रयोग और निर्माण से होकर जाता है हमारी स्वतंत्रता तभी सार्थक होगी जब हम आत्मनिर्भर बनेंगे। जब तक हम अन्न, वस्त्र, रक्षा और उद्योगों के लिए दूसरों पर निर्भर रहेंगे, तब तक हमारी स्वतंत्रता अधूरी रहेगी। स्वदेशी का उत्तम उदाहरण हमें कोविड संकट काल में देखने को मिला था। हमने संकट से उबरने के लिए स्वदेशी वस्तुओं का निर्माण किया था। जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं डगमगा गई थी, तब भारत पीपीई किट, वैक्सीन जैसी बुनियादी चीजों का निर्माण कर रहा था।
देश में जनवरी २०२० तक पीपीई किट बनती नहीं थी, उसी भारत ने कुछ ही महीनों में करोड़ों पीपीई किट और लाखों वेंटिलेटर तैयार कर लिए थे। यही आत्मनिर्भर भारत का जीवंत उदाहरण है।
जब पूरा विश्व कोरोना वैक्सीन के लिए कतार में या, तब भारत ने न सिर्फ अपनी १४० करोड़ जनता को सुरक्षित किया बल्कि १०० से अधिक देशों को ‘वैक्सीन मैत्री’ के तहत जीवनदान दिया।
आज गांव-गांव तक डिजिटल क्रांति पहुंची है। मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यूपीआई पूरी दुनिया में भारत का गर्व बढ़ा रहा है। यह आत्मनिर्भर भारत का नया चेहरा है। आज जब भारत आत्मनिर्भरता की राह पर चल रहा है, तब जनता को समझना होगा कि देश का भविष्य ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेड बाय इंडियंस’ में है। हम आप सभी से आह्वान करते हैं ‘वोकल फॉर लोकल’ बनें, अपने उद्योग, अपने कारीगर और अपने किसानों का समर्थन करें।
आज का भारत नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। यह वही भारत है जो कभी दूसरों पर निर्भर रहता था, लेकिन अब संकल्प मेक इन इंडिया, मेक फौर द वर्ल्ड का रूप ले चुका है। मेक इन इंडिया का अगला चरण मेक फॉर द वर्ल्ड है। यह मंत्र, देश को रोजगार देगा, किसानों को नए अवसर देगा, और युवाओं को उद्यमिता की ओर ले जाएगा यह मंत्र गांव से लेकर मह नगर तक नई ऊर्जा पैदा करेगा। आज हम स्वदेशी संकल्प की ताकत के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने की दिशा में खड़े हैं। तब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के पंच परिवर्तन हमें सिर्फ नीति नहीं, बल्कि जीवन शैली अपनाने की प्रेरणा देते हैं। जब हर वर्ग समाज के विकास में भागीदार बनेगा, तभी हमारा देश ‘अमृतकाल’ की ओर अग्रसर होगा। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान केवल नीतिगत पहल नहीं जनभागीदारी से निर्मित राष्ट्रीय शक्ति है, जिसका मूल उद्देश्य हर भारतीय को जोड़ना, हर नागरिक को प्रेरित करना और हर घर तक आत्मनिर्भरता और स्वदेशी अपनाओं का संदेश पहुंचाना है।
लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनन्द द्विवेदी ने कहा कि सरकार ने युवाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसका लाभ उठा आज का युवा आत्म निर्भर बन सकता हैं देश को आर्थिक मजबूत बनाने के लिए आज के युवाओं महत्वपूर्ण भूमिका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाया जा रहा आत्मनिर्भर भारत अभियान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक जनांदोलन है. इसका उद्देश्य हर भारतीय को सक्षम बनाना है, ताकि वह स्वावलंबी बने और देश के विकास में भागीदारी निभाए. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता का पहला कदम है, स्थानीय को प्राथमिकता देना। युवाओं को नवाचार, स्टार्टअप्स और डिजिटल मंच के जरिए आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसके साथ ही ‘वोकल फॉर लोकल’ को अपनाने और स्थानीय उत्पादों व सेवाओं का अधिक से अधिक उपयोग करने का आह्वान किया ।
उत्तर विधान सभा विधायक डॉ नीरज बोरा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो यह कार्यक्रम हम युवाओं को सौप है वह निश्चित रूप से भारत को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने में मील का पठार साबित होगा । युवाओं की शक्ति है भारतीय जनता पार्टी की शक्ति है। भारत आज आत्मनिर्भर भारत बनेगा यह अगर संभव होगा तो वह युवाओं के बल पर ही संभव है। भारत में निर्मित उत्पाद को जब हम लोग समान खरीदेंगे तो किसानों को आत्म सम्मान बढ़ेगा और जब किसान समृद्ध होगा। आज प्रदेश सरकार पांच लाख का लोन बिना गारंटी के अपना व्यापार उद्योग स्थापित करने के लिए दे रही हैं जिसमें आज का युवा आत्म निर्भर बने और दूसरों को रोजगार दे सके।
भारतीय जनता युवा मोर्चा, लखनऊ महानगर के अध्यक्ष मानवेंद्र प्रताप सिंह ने सभी युवाओं से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में इस अभियान में भाग लेकर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएँ।
इस अभियान में क्षेत्रीय मंत्री युवा मोर्चा शिवांजलि पाण्डेय, उपाध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल, सुधा, युवा मोर्चा से महामंत्री अभिषेक गुप्ता एवं अमित त्रिपाठी , अभय उपाध्याय, सौरभ तिवारी, संजय शुक्ला, अंकित पांडेय, वैभव सिंह, अविनाश यादव, मंत्री आशुतोष तिवारी, अतुल सिंह, सचिन सोनकर, चेतन तिवारी, समर्थ सिन्हा एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।









