रामभद्राचार्य जी के आधे अधूरे वीडियो को डालकर सोशल मीडिया पर जो प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है उसे प्रोपेगेंडा का सत्य ये है कि रामभद्राचार्य जी ने भारतीय संस्कृति में नारी की तुलना पाश्चात्य संस्कृति (अंग्रेजों) से करते हुए भारतीय नारी को भोग की नही बल्कि योग के लिए होता है भारतीय नारी यज्ञ में भी पति का साथ देती है ये कहा है रामभद्राचार्य जी नेन कि वो जो अधूरी क्लिप काट कर परोसा जा रहा है सोशल मीडिया जितना यूज़फुल है उतना ही खतरनाक भी है सोच समझकर ही चीजों पर विश्वास करना चाहिए










