लखनऊ विधान परिषद की कार्यवाही में आज विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक में सदन में नियम – 110 के अन्तर्गत प्रदेश के विद्यालयों में साफ-सफाई विशेषकर महिला शौचालयों में सफाई की व्यवस्था के विषय को ध्यान दिलाते हुए राज्य में विद्यलाय-महाविद्यालयों में अभियान चलाकर शौचालय विशेषकर महिला शौचालय ठीक कराये जायें और विद्यालयों में यथा सम्भव शैनेट्री नैपकीन की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने हेतु सदन में चर्चा / वक्तव्य कराये जाने की मांग की ।
प्रधानमंत्री के स्वच्छता मिशन को तेजी से आगे बढ़ाने में प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य स्वच्छता अभियान गतिमान है। प्रदेश के स्कूल कालेज में फैली गंदगी एक गम्भीर समस्या है। जिसके कारण शिक्षारत् छात्रों के स्वास्थ्य और पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ता है। स्कूल कालेजों के शौचालयों में समुचित सफाई न होने के कारण स्थिति गम्भीर है। प्रदेश के कई स्थानों पर शौचालयों में पानी साबुन तक के सामान्य चीजों का अभाव रहता है। राजधानी लखनऊ में तो कई कालेज के छात्र-छात्राएं बुनियादी जरूरतों के लिए तरस रहे है। कहीं शौचालयों में दरवाजें नहीं है तो कही खिड़कियों में शीशे नहीं है। ऐसी स्थिति में छात्रायें शौचालय का इस्तेमाल करने से कतराती हैं। राजधानी के आई०टी० गुरूनानक गर्ल्स पी०जी० कालेजों समेत एक दर्जन कालेजों के शौचालयों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है। यह स्थित राज्य के कई विद्यालय जानकारी में है, गाजियाबाद, आजमगढ़, बरेली, जौनपुर और पीलीभीत जैसे जनपद उदाहरण हैं। हालात यह है कि शैनेट्री नैपकीन शहर के अधिकांश महिला विद्यालयों में नहीं है। कुछ स्थान जहां मशीनें लगी थी वो भी हटा दी गयी है।










