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महाकुंभ की परम्परा अनुष्ठान और महत्ता पर गोरखपुर में होगी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

महाकुंभ की परम्परा, अनुष्ठान और महत्ता पर गोरखपुर में होगी अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी

महाराणा प्रताप महाविद्यालय करेगा दो दिवसीय आयोजन की मेजबानी

सीएम योगी ने भेजा शुभकामना संदेश, अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन को बताया अभिनंदनीय

सुपरिचित संत एवं आध्यात्मिक विचारक आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण होंगे उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि

गोरखपुर 19 फरवरी दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज महाकुंभ की परम्परा, अनुष्ठान और महत्ता पर गोरखपुर में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी होने जा रही है। महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ के कला संकाय के तत्वावधान में में 22 और 23 फरवरी को होने वाली दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में सुपरिचित संत, आध्यात्मिक विचारक एवं सिद्धपीठ श्रीहनुमन्निवास धाम अयोध्या के महंत आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण उपस्थित रहेंगे। जबकि समारोप सत्र के मुख्य अतिथि अपोलो मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल कोलकाता के वरिष्ठ कार्डियोथोरेसिक एवं वैस्कुलर सर्जन डॉ. भबातोष विश्वास होंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभकामना संदेश भेजकर महाकुंभ पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन को अभिनंदनीय बताया है। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा है कि प्रयागराज के पावन संगम तट पर आयोजित हो रहा महाकुंभ विश्व का विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम है।

महाकुंभ 2025 पर आयोजित हो रही अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की आयोजन समिति की सदस्य एवं महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ की उप प्राचार्या शिप्रा सिंह ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता, सुव्यवस्था और सम सामयिकता के दृष्टिगत अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में महाकुंभ की परम्परा से लेकर अद्यतनता पर विमर्श होगा। महाराणा प्रताप महाविद्यालय में दो दिन के इस आयोजन का शुभारंभ 22 फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजे होगा जबकि समारोप 23 फरवरी को दिन में 12 बजे से। उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आयुर्वेद संकाय के आचार्य प्रो. के. रामचंद्र रेड्डी और त्रिभुवन विश्वविद्यालय नेपाल में संस्कृत विभाग के आचार्य डॉ. सुबोध कुमार शुक्ल की सहभागिता होगी। समारोप सत्र में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में रक्षा अध्ययन विभाग के आचार्य प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा तथा भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. ओमजी उपाध्याय विशिष्ट अतिथि होंगे।

महाराणा प्रताप महाविद्यालय की उप प्राचार्य शिप्रा सिंह ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन की जड़ें हजारों वर्षों पुरानी हैं। यह आयोजन भारतीय धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन के केंद्र में स्थित है और देश-दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु और साधु-संत इसमें सम्मिलित होते हैं। इस बार प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन ने अब तक के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं। महाकुंभ के सभी सारगर्भित आयामों को लेकर हो रही अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में कई शोध पत्र भी प्रस्तुत किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सांस्कृतिक चेतना जागरण के अभियान का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्राप्त शुभकामना संदेश ने आयोजन समिति के सभी सदस्यों को ऊर्जस्वित किया है।

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