लखनऊ किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMU) पर गंभीर लापरवाही और दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं। मरीज के परिजनों का कहना है कि उन्हें एम्स द्वारा KGMU रेफर किया गया था, लेकिन इमरजेंसी वार्ड में समय पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मृत्यु हो गई।
परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें अस्पताल में कई बार इधर-उधर दौड़ाया गया, जिससे इलाज के लिए कीमती समय बर्बाद हुआ। अंततः मरीज ने उपचार से पहले ही दम तोड़ दिया। इसके बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों को धमकी देते हुए पुलिस बुलाने की बात कही और उन्हें पुलिस चौकी ले जाया गया।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और मृतक के शव को बिना पोस्टमार्टम के देने से मना कर दिया। पुलिस द्वारा शव को फ्रीजर में रखवाया गया और कहा गया कि बिना पोस्टमार्टम शव नहीं मिलेगा।
इस घटना ने KGMU के प्रशासन और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की अपील की है, और आरोप लगाया है कि डॉक्टर और पुलिसकर्मी दोनों ने मिलकर उनके साथ बुरा बर्ताव किया।
इस घटना से मरीजों और उनके परिवारों में आक्रोश है और वे इस मामले में उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।