गजवा-ए-हिंद’ हिन्दुस्तान की धरती पर नहीं होगा,अगर किसी को जहन्नुम में जाना हो तो ‘गजवा-ए-हिंद’ के नाम पर अराजकता पैदा करने का कुत्सित प्रयास करे देर-सबेर ‘छांगुर’ जैसे हाल तो उनके भी होने ही हैं
छोटे-छोटे बच्चों को जिनके हाथों में कलम होनी चाहिए, जिनके हाथों में नोटबुक होनी चाहिए, विज्ञान और गणित की पुस्तकें होनी चाहिए, उनके हाथों में I Love Mohammad का पोस्टर
इनको यह भी नहीं मालूम कि उनकी जिंदगी तो बर्बाद है ही, लेकिन इन बच्चों की भी जिंदगी ये लोग बर्बाद करने पर उतारू हैं









